Puraveda: देश के सबसे बड़े उद्योगपतियों में शुमार मुकेश अंबानी और उनकी बेटी ईशा अंबानी ने अब बाबा रामदेव के आयुर्वेद साम्राज्य को सीधी चुनौती दी है। अंबानी परिवार ने Puraveda नाम का एक नया आयुर्वेदिक ब्यूटी ब्रांड लॉन्च किया है, जो अब Reliance Retail के Tira प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।
बाबा रामदेव को क्यों है Puraveda से चुनौती?
Puraveda ब्रांड की लॉन्चिंग के मौके पर Tira की CEO और ईशा अंबानी की करीबी दोस्त भक्ति मोदी ने बताया कि यह ब्रांड पुराने भारतीय आयुर्वेदिक ज्ञान को आज के जमाने की तकनीक और जरूरतों से जोड़ता है। उनका कहना है, “Tira पर हमारा हमेशा यही प्रयास रहता है कि हम ऐसी चीज़ें लेकर आएं जो सिर्फ सुंदरता तक सीमित न रहें, बल्कि लोगों को आत्म-देखभाल (self-care) की ओर प्रेरित करें।”
बाबा रामदेव की कंपनी Patanjali के लिए यह बड़ा खतरा बन सकता है क्योंकि Reliance की पहचान है – कम दाम में बेहतरीन उत्पाद और दमदार मार्केटिंग। यही वजह है कि हर बार अंबानी ग्रुप जिस भी सेक्टर में उतरता है, वहां की तस्वीर बदल जाती है।
Puraveda में क्या-क्या मिल रहा है?
Puraveda फिलहाल चार अलग-अलग कैटेगरी में 50 से ज्यादा प्रोडक्ट्स लेकर आया है। इन कैटेगरी के नाम हैं – धारा, नियम, समा और ऊर्जा। हर श्रेणी में अलग-अलग आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों और तरीकों से बनाए गए स्किन केयर, हेयर केयर और बॉडी केयर प्रोडक्ट्स मिलते हैं।
इन सभी प्रोडक्ट्स को आप Tira की वेबसाइट या Tira स्टोर्स से खरीद सकते हैं, जो देश के कई शहरों में मौजूद हैं।
Tira की CEO भक्ति मोदी कौन हैं?
भक्ति मोदी, ईशा अंबानी की बचपन की दोस्त हैं और Reliance के बेहद करीबी माने जाने वाले मनोज मोदी की बेटी हैं। उन्हें 2023 में Reliance Retail के ब्यूटी प्लेटफॉर्म Tira का CEO बनाया गया था। उन्होंने ईशा अंबानी के साथ मिलकर इस ब्रांड को खड़ा किया, जो आज देश के 98% से ज़्यादा पिन कोड्स तक डिलीवरी करता है।
क्या बदलेगा मार्केट का खेल?
Puraveda का लॉन्च केवल एक ब्यूटी ब्रांड की शुरुआत नहीं है, बल्कि यह एक संकेत है कि अब आयुर्वेद बाजार में भी बड़ी कंपनियों का मुकाबला तेज़ होने वाला है। बाबा रामदेव की पतंजलि, जो अब तक इस क्षेत्र में अग्रणी थी, अब उसे Reliance जैसे दिग्गज से सीधा मुकाबला करना होगा।
निष्कर्ष
मुकेश अंबानी और ईशा अंबानी की यह नई पहल न सिर्फ आयुर्वेदिक ब्यूटी मार्केट को बदल सकती है, बल्कि देशभर के ग्राहकों को नए विकल्प भी देगी। अब देखना दिलचस्प होगा कि इस बाज़ार में कौन टिकता है – पारंपरिक पतंजलि या नवाचार से भरपूर Puraveda?